शुक्रवार, 21 सितंबर 2012

चित्रकार

 

 

चित्रकार के चित्र की


खामियोँ को बिन्‍दुओँ से

उजागर करते सब,

काश ! कोई एक बढकर

सुधार देता चित्र,

गुमनाम जिन्‍दगी के

अंधेरे में

डूबने से पहले

बच जाता

एक चित्रकार।

वक्त

वक्त के इस समंदर में

 बांध लेना वक्त को

ये मुमकिन नहीं !

पर कोशिशे लाख होती है

वक्त जो ठहरता नहीं.!!